Librarian ek nya sambhavna valla kshetra | लाइब्रेरियन एक अपार संभावनाओं वाला क्षेत्र

परिचय

किसी विद्वान ने ठीक ही कहा है कि अगर आप अपने बच्चे को पढ़ने में योग्य बनाना चाहते हैं तो उसको पुस्तकें, किताबों और लाइब्रेरी से परिचित कराइए और किताबों से दिलचस्पी भी बनाइए। उन किताबों का ज्ञान, वाक्य, बाणी, श्लोक, कथाओं का ज्ञान बच्चे के ज्ञान से दिमाग को भर देगा। किताबें किसी भी देश के भविष्य का निर्माता होती है। चाहे कोई भी प्रधानमंत्री हो या राष्ट्रपति या सीएम या आम आदमी सब इस संसार में सब लोग किताबों से पढ़कर और सीखकर अपना भविष्य बनाते है। इसलिए पुस्तकें और पुस्तकालय किसी भी देश की गति और विकास को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाती है। 

Librarian

लेकिन लाइब्रेरी और पुस्तकों का केवल यहीं महत्व नहीं है, अगर एक व्यक्ति जिसे किताबें पढ़ने का शौक हो, किताबों को व्यवस्थित रखने की समझ हो, देश दुनिया की आर्थिक व्यवस्था की रखता हो, समय के महत्व को जनता हो, राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय घटनाओं का जिज्ञासा वाला हो तो उसके लिए लाइब्रेरी एक सबसे अच्छा करियर साबित हो सकता है। 

लाइब्रेरियन का जॉब प्रोफाइल 

लाइब्रेरी की पुस्तकें, किताबें, किताबों का विभागीकरण, कौन सी पुस्तकें कहां पर रखी है, ऑडियो और वीडियो क्लिप्स, मैगजीन, पत्रिकाएं, रिफ्रेंस मैटेरियल, गैनरल्स, रिकॉर्ड की ट्रैकिंग, वहुमुल्य फाइल्स, डाटा आदि को मेंटेनेंस करना व्यवस्थित जगह पर रखने के लिए शार्प माइंड और अच्छी यादाश्त होना आवश्यक है। स्टूडेंट्स और टीचर्स को बुक प्रोवाइड करवाना और वापस लेना का रिकॉर्ड आदि सब लाइब्रेरियन के महत्वपूर्ण कार्य होते है। 

लाइब्रेरियन साइंस के पांच नियम

एस. आर. रंगनाथन को लाइब्रेरी का जनक कहा जाता हैं। इनके जन्मदिन के दिन 12 अगस्त को "नेशनल लाइब्रेरियन डे" मनाया जाता है। एस आर रंगनाथन की लाइब्रेरी साइंस में डॉक्यूमेंटेशन एवं और डेवलपमेंट की अहम भूमिका रही है। लाइब्रेरियन साइंस के पांच नियम दुनिया भर में प्रसिद्ध है जो की निम्न है 
1. किताबें उपयोग के लिए होती है। 
2. प्रत्येक पाठक की अपनी किताब होती है। 
3. प्रत्येक पाठक का अपना पुस्तक होता है।
4. पाठकों का समय बचना चाहिए।
5. पुस्तकालय एक डायनामाइट इंस्टीट्यूट है।

लाइब्रेरियन बनने के लिए आवश्यक शैक्षणिक योग्यताएं

लाइब्रेरियन के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए किसी भी स्ट्रीम से (मैथ्स, बायो, कॉमर्स,) से 12वीं पास होना जरूरी होता है। इसके अलावा लाइब्रेरी साइंस या लाइब्रेरी एंड इंफॉर्मेशन साइंस में बैचलर या मास्टर डिग्री होना जरूरी है।

लाइब्रेरियन बनने के लिए कोर्सेज 


सर्टिफिकेट्स सर्टिफिकेट इन लाइब्रेरी साइंस
सर्टिफिकेट इन लाइब्रेरी एंड इनफॉर्मेशन साइंस
 डिप्लोमा डिप्लोमा इन लाइब्रेरी साइंस
डिप्लोमा इन लाइब्रेरी एंड इनफॉर्मेशन साइंस 
बैचलर कोर्स बैचलर इन लाइब्रेरी साइंस
बैचलर इन लाइब्रेरी एंड इनफॉर्मेशन साइंस
मास्टर कोर्स मास्टर इन लाइब्रेरी साइंस
मास्टर इन लाइब्रेरी एंड इनफॉर्मेशन साइंस
 

लाइब्रेरी कॉलेजेस

लाइब्रेरी में करियर आरंभ करने के लिए कॉलेज एवं यूनिवर्सिटी जगह का नाम
 पंजाब यूनिवर्सिटी  चंडीगढ़
 लॉयला कॉलेज
 चेन्नई
 टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज  मुंबई
 महर्षि दयानंद सरस्वती यूनिवर्सिटी  रोहतक
 सेंट जोसेफ कॉलेज  चिकमंगलूर 
 यूनिवर्सिटी ऑफ हैदराबाद  हैदराबाद
 इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी  नई दिल्ली 
 सावित्री बाई फुले यूनिवर्सिटी  पुणे

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